अंक ज्योतिष (Numerology) में अंक (Number) 8 क्या बताता हैं?

NUMEROLOGY

3/2/20251 min read

अंक ज्योतिष में अंक 8 को शनि देव (Saturn Lord) का माना जाता है। शनि को कर्मफल दाता कहा जाता है। शनि न्यायाधीश (Judge) माना जाता है। ये अंक हमें वृद्धि (Growth) धीरे (Slow) देता है मगर जब उन्नति (Progress) मिलती है तब ठहराव (Stability) के साथ मिलती है। शनि ग्रह (Saturn Planet) की चाल (Movement) सबसे धीरे (Slow) होती है। नंबर 8 के काम थोड़ी देर से बनते है मगर बनते जरुर है। अंक 8 बड़े भाई को भी दर्शाता है। ये लोग बहुत मेहनती (Hardworking) होते है। अंक 4 वाले लोग सबसे ज्यादा मेहनती होते है फिर उसके बाद दूसरा मेहनती अंक 8 ही हैं।इनका प्रिय रंग काला (Black) है।किसी भी काम के लिये धन को बहुत अच्छे से संचालन (Money Management) करते है। इनके पास अच्छा पैसा रहता है। अंक 8 जमीन-जायदाद (Land/Property) को भी दर्शाता है। अंक 8 होने से धन-संपदा अच्छी रहती है।

अंक 8 के कारक तत्व (Traits)

न्याधीश (Judge), बड़ा भाई (Elder Brother), पुलिस (Police), जीवन (Life), आयु (Age), सिविल इंजीनियर (Civil Engineer), (Agriculture), खेत (Farms), मज़दूर (Labor Worker), सेवक (Maids), काली उड़द दाल (Black Lentils), थकान (Tiredness), लोहा (Iron), लकड़ी (Wood), चमड़ा (Leather)।

अंक 8 का स्वास्थ्य (Health)

शुष्क त्वचा (Dry Skin), लकवा (Paralysis) , त्वचा रोग (Skin Disease), पैरों और टांगो में दर्द (Foot and Leg Pain)

अंक 8 के सकारात्मक पहलू (Positive Shades)

अंक 8 वाले लोग अपने लक्ष्य (Goal) को पाने के लिए बहुत मेहनत करते है क्योंकि नंबर 8 कामों में थोड़ी देरी (Delay) जरुर करवाता है मगर सब तरह के काम बन जरुर जाते है। ये लोग अपने आप बहुत ज्यादा भरोसा करते है। तर्क संगत (Logical) बात करते है। परिश्रम (Hardworking) होते है। ये लोग बहुत ज्यादा सहयोगी स्वभाव (Helpful Nature) के होते है। सच (Truth) का साथ देते है। ईश्वर पर इनकी पूरी श्रद्धा होती है। आध्यात्मिक (spiritual) होते है। ये सबसे ज्यादा अच्छे से धन (Money) को सम्भालते है।

अंक 8 के नकारात्मक पहलू (Negative Shades)

जिद्दी (Stubborn) स्वभाव के होते हैं। इनको गुस्सा बहुत आता है। जो बात इनके मन में बैठ गई उसी पर अडिग रहते है। नयेपन को जल्दी स्वीकार नहीं करते। अपना मन किसी के लिए भी नहीं बदलते। ये लोग काम के लिये अपनी सेहत का भी ध्यान भी नहीं रखते और जल्दी बीमार भी हो जाते है। कामों में देरी होती है।